
शिशु अस्पताल KNH में शुक्रवार शाम के समय हाई वोल्टेज ड्रामा मिला देखने को शिमला, हिमाचल प्रदेश ( प्रकाश चन्द शर्मा)हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े मातृ शिशु अस्पताल KNH में शुक्रवार शाम के समय हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. अस्पताल में मंडी जिला के निहरी की रहनी वाली एक महिला ने जुड़वा बच्चे पैदा होने का दावा करते हुए अस्पताल पर बच्चों को गायब करने के सनसनीखेज आरोप लगाए. इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया और मौके पर काफी विवाद भी हुआ. मौके पर पुलिस पहुंची और मामला शांत करवाया, लेकिन जब इस मामले की पूरी पड़ताल हुई तो मामला कुछ और ही निकला.दरअसल महिला ने जुड़वा बच्चे पैदा होने की झूठी कहानी बनाई थी. इस पूरे प्रकरण में महिला के पति, सास, बहन,जीजा सभी ने उसका साथ दिया, लेकिन जब जांच की गई तो उसमें पाया गया कि महिला बांझपन से जूझ रही है और उसका और उसके पति का इलाज भी काफी समय से चल रहा है. महिला की प्रेगनेंसी रिपोर्ट भी निगेटिव है. महिला ने बच्चे पैदा होने की झूठी कहानी बनाई थी. सीसीटीवी फुटेज में भी झूठ का पर्दाफाश हुआ है, लेकिन इसके बाद भी न महिला इस बात को मानने को तैयार हुई और न ही उसके घरवाले इस बात को मानने को तैयार हुए.अस्पताल ने खारिज किए आरोपअस्पताल प्रशासन ने आरोप को सिरे से नकार दिया. केएनएच अस्पताल के एमएस एसएस नेगी ने कहा कि ‘आरोप लगाने वाली महिला बांझपन से जूझ रही है. इसका इलाज भी दो साल से अस्पताल में चल रहा है. महिला तनाव में है और कई बार ऐसे मामलों में महिलाओं को लगने लगता है कि वो प्रेगनेंट हैं. महिला भी इसी बीमारी से गुजर रही है, लेकिन परिवार के लोगों ने भी सच्चाई बताने की जगह महिला के झूठ में उसका साथ दिया ये काफी हैरान करने वाला है. अस्पताल की छवि को बदनाम करने की कोशिश की गई है. इसके खिलाफ अस्पताल प्रशासन ने पुलिस में शिकायत दी है. केएनएच में भी महिला का प्रेगनेंसी टेस्ट किया गया है, जो कि निगेटिव निकला है. डीडीयू में भी महिला का टेस्ट करवाया गया है.’ वहीं, सीसीटीवी फुटेज देखने और तथ्यों को जांचने के बाद पुलिस ने महिला व उसके पति को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है.