
हाईकोर्ट के सख्त आदेश के बाद अवैध निर्माण पर चला रहा है पीला पंजा
हिमाचल प्रदेश( प्रकाश चन्द शर्मा) हिमाचल हाईकोर्ट के आदेशों पर प्रशासन ने अमल शुरू कर दिया है। बल्ह के भडयाल गांव के बाजार में आज प्रशासन ने जेसीवी से अवैध अतिक्रमण को हटा दिया। दुकानों के आगे सरकारी भूमि पर हुए अतिक्रमण और कंस्ट्रक्शन पर पीला पंजा चला तो कुछ ही देर में भडयाल-मलवाना सड़क के इस दायरे को अतिक्रमण मुक्त करवा लिया।
बल्ह के तहसीलदार सुभाष ठाकुर, पुलिस टीम के साथ लेकर अवैध कब्जे हटाने पहुंचे थे। खाकी की निगरानी में अवैध कब्जों को जेसीबी मशीन द्वारा हटाया गया। त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) के 13 जवान मौका पर मौजूद रहते हुए स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए थे। रत्ती थाना पुलिस के सह-प्रभारी अवनिश ठाकुर, के साथ उनकी पूरी टीम और पुलिस चौकी गागल के प्रभारी राजेश कुमार की पूरी टीम के साथ अतिक्रमण को हटाया गया । साथ में सभी अतिक्रमणकारियों को 21 तारीख को नोटिस भी जारी किया गया है जिसमे उनको अपने अपने अवैध कब्जों को गिराने के लिए कहा गया है नहीं तो उसके बाद प्रशासन उन अवैध इमारतों व अवैध कब्जों को गिराने के लिए उनसे इसका सारा खर्चा वहन करेगा।
तहसीलदार बल्ह, सुभाष ठाकुर ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करते हुए भडयाल-मलवाना सड़क से अवैध निर्माण हटाया गया है।
दूसरी ओर, बल्ह प्रशासन की इस कार्यवाही से सरकारी भूमि पर कुंडली मारकर बैठे अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मच गया है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि सरकारी भूमि पर अतिक्रमण किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बताया जा रहा है कि भडयाल की तर्ज पर जिले के अन्य हिस्सों में भी हुए अवैध निर्माण पर जल्द ही पीला पंजा चल सकता है।
साथ में स्थानीय पंचायत भड़याल के उप प्रधान ने बताया कि माह अगस्त 2023 में आपदा के कारण यह सड़क पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई थी और पूरी सड़क पर भारी मात्रा में मलबा आ गया था उसके बाद लोगों ने सड़क के साथ अवरोध करना शुरू कर दिए थे जिसमें कुछ लोगों ने लकड़ी, पत्थर और कुछ लोगों ने अपनी मर्जी से लोहे के एंगल खड़े कर दिए और सड़क को बिल्कुल संकरा कर दिया था जिससे दिन में दो समय चलने वाली हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की बस लगभग अढ़ाई माह बंद हो गई थी तथा बाद में स्थानीय जनता और प्रशासन के द्वारा सड़क की साफ़ सफाई करके उस बस को बहाल कर दिया था लेकिन एक दो परिवार द्वारा उस स्थान पर फिर से पत्थर को फेंका गया जिससे वह सड़क फिर से संकरी हो गई थी। पंचायत के द्वारा बार बार इस सड़क की बहाली के लिए प्रयास किया गया लेकिन ये परिवार बिल्कुल भी नहीं माने जिसका खमियाजा आज पंचायत के अन्य परिवारों को भुगतना पड़ रहा है जिसके लिए वो खुद जिम्मेवार है।